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मॉर्गन स्टेनली का अनुमान: दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 91,000 के पार जा सकता है, निवेशकों के लिए राहत और सावधानी दोनों के संकेत
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भारतीय शेयर बाजार को लेकर वैश्विक निवेश फर्म मॉर्गन स्टेनली ने एक बड़ा अनुमान जारी किया है। फर्म का मानना है कि यदि आर्थिक और नीतिगत वातावरण सकारात्मक बना रहा, तो सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 91,000 अंकों के ऐतिहासिक स्तर को पार कर सकता है। हालांकि, वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बेस केस लक्ष्य को घटाकर 82,000 किया गया है, जो अब के मुकाबले करीब 7% अधिक है।
किन आधारों पर आधारित है यह अनुमान?
मॉर्गन स्टेनली की यह रिपोर्ट देश की मजबूत आर्थिक स्थिरता, वित्तीय अनुशासन, निजी निवेश में तेजी, और अनुकूल ब्याज दर अंतर जैसे मजबूत मैक्रोइकनॉमिक संकेतकों पर आधारित है।
रिपोर्ट के मुताबिक:
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भारत की घरेलू मांग बनी रहेगी
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अमेरिका में धीमी गति के बावजूद वैश्विक मंदी की आशंका कम
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तेल की कीमतों में संतुलन
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खुदरा निवेशकों की लगातार भागीदारी
इन्हीं पहलुओं के चलते कंपनी का मानना है कि वित्त वर्ष 2027-28 तक सेंसेक्स कंपनियों की आय 16% की सालाना दर से बढ़ सकती है।
बुलिश सीनारियो: जब हर मोर्चे पर स्थिति बेहतर हो
मॉर्गन स्टेनली ने अपने बुलिश सीनारियो में 91,000 तक सेंसेक्स पहुंचने की 30% संभावना जताई है। ऐसा तब संभव है जब:
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जीएसटी दरों में संभावित कटौती हो
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कृषि सुधारों में गति आए
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महंगाई नियंत्रण में रहे
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ब्याज दरों में नरमी बनी रहे
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वैश्विक व्यापार तनाव कम हो
इस स्थिति में बाजार को नई ऊंचाइयां छूने का मौका मिल सकता है।
बियर केस सीनारियो: बाजार 63,000 तक भी लुढ़क सकता है
अगर परिस्थितियां प्रतिकूल रहीं, जैसे:
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कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर के पार जाएं
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ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो
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वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी का साया छाए
तो सेंसेक्स 63,000 तक गिर सकता है, जिसकी 20% संभावना जताई गई है। हालांकि, ऐसी स्थिति में भी कंपनियों की 13% सालाना आय वृद्धि की उम्मीद जताई गई है।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
यह रिपोर्ट दर्शाती है कि भारतीय बाजार में लंबी अवधि में दमदार संभावनाएं बनी हुई हैं। हालांकि, वैश्विक और घरेलू परिस्थितियों में किसी भी प्रकार का असंतुलन उतार-चढ़ाव ला सकता है। ऐसे में निवेशकों को रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाते हुए, बाजार की चाल को बारीकी से समझना होगा।