- Hindi News
- बिजनेस
- अमेरिकी टैरिफ का दिखने लगा असर, टाटा ग्रुप की जगुआर लैंड रोवर ने US को गाड़ियों का एक्सपोर्ट रोका
अमेरिकी टैरिफ का दिखने लगा असर, टाटा ग्रुप की जगुआर लैंड रोवर ने US को गाड़ियों का एक्सपोर्ट रोका
Business News

जेएलआर का कहना है कि उसके लक्जरी ब्रांड्स की ग्लोबल अपील है और वह बदलती बाजार स्थितियों का सामना करने में सक्षम है।
टाटा मोटर्स की कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) ने टैरिफ स्ट्रक्चर में बदलाव के कारण ब्रिटेन स्थित अपने मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट्स से अमेरिका को गाड़ियों का एक्सपोर्ट रोक दिया है। जेएलआर के प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिका उनके लक्जरी ब्रांड्स के लिए महत्वपूर्ण बाजार है और वे अपने व्यापारिक भागीदारों के साथ नई व्यापारिक शर्तों पर काम कर रहे हैं। कंपनी ने शॉर्ट टर्म एक्शन के तहत अप्रैल में निर्यात खेप रोक दी है और वह मीडियम से लॉन्ग टर्म के लिए योजनाएं बना रही है।
JLR के लिए बड़ा मार्केट है अमेरिका
यह कदम आयातित कारों पर ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ के 3 अप्रैल से लागू होने के बाद उठाया गया है। जेएलआर का कहना है कि उसके लक्जरी ब्रांड्स की ग्लोबल अपील है और वह बदलती बाजार स्थितियों का सामना करने में सक्षम है। कंपनी की प्राथमिकता अब दुनियाभर में ग्राहकों को सेवा देना और अमेरिका की नई व्यापारिक शर्तों का सोल्यूशन निकालना है। वित्त वर्ष 2024 में जेएलआर की कुल बिक्री का लगभग 23 फीसदी अमेरिकी बाजार में हुआ था और ये सभी गाड़ियां ब्रिटेन से निर्यात की गई थीं।
बेहतर स्थिति में है भारत
दो अप्रैल से अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त 26 फीसदी आयात शुल्क लगाया है। जबकि वियतनाम को 46 प्रतिशत, चीन को 34 प्रतिशत, इंडोनेशिया को 32 प्रतिशत और थाईलैंड को 36 प्रतिशत सीमा शुल्क का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय निर्यातक अमेरिका में बहुत अधिक आयात शुल्क का सामना कर रहे प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में नए अमेरिकी टैरिफ से निपटने के लिए कहीं बेहतर स्थिति में हैं। भारत निवेश आकर्षित करके, उत्पादन बढ़ाकर और अमेरिका को निर्यात बढ़ाकर इसका लाभ उठा सकता है।