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वैशाख माह में करें इन चीजों का दान, मिलेगा पुण्य और घर रहेगा धन-धान्य से परिपूर्ण
Dharm Desk

वैदिक पंचांग के अनुसार वैशाख मास का विशेष महत्व बताया गया है। यह माह पुण्य कमाने और आत्मिक शुद्धि के लिए अत्यंत उत्तम माना जाता है।
धर्मशास्त्रों के अनुसार, वैशाख महीने में किया गया दान सामान्य दिनों की अपेक्षा कई गुना अधिक फलदायी होता है। इस मास में तप, जप, स्नान और दान से ईश्वर की कृपा सहज ही प्राप्त होती है।
13 अप्रैल से आरंभ हुआ वैशाख मास 12 मई 2025 तक चलेगा। इस दौरान किए गए कुछ विशेष दानों से न केवल पुण्य प्राप्त होता है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक स्थिरता भी बनी रहती है।
तो आइए जानते हैं, वैशाख महीने में किन चीजों का दान करना सबसे अधिक शुभ और फलदायक माना गया है:
☂️ 1. छाता और चप्पल का दान – तपती गर्मी से राहत दिलाएं
गर्मियों में छाता और चप्पल जैसे साधन किसी अमृत से कम नहीं होते। वैशाख मास में इनका दान करने से जहां जरूरतमंदों को राहत मिलती है, वहीं दाता को राहु-केतु जैसे ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है। यह दान विशेष रूप से राहु-केतु की दशा से पीड़ित जातकों के लिए अत्यंत शुभ है।
💧 2. जल और घड़े का दान – सूर्य देव को करें प्रसन्न
वैशाख में जल का दान सबसे श्रेष्ठ माना गया है। जल से भरे हुए मटके या घड़े का दान करने से पितरों की तृप्ति होती है और सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है। आप चाहें तो किसी सार्वजनिक स्थान पर प्याऊ लगवाकर भी असीम पुण्य अर्जित कर सकते हैं।
🍉 3. फल का दान – घर में लाएं सुख-शांति
इस मौसम में तरबूज, खरबूज और बेल जैसे फल शरीर को ठंडक देते हैं। इन फलों का दान करने से न केवल स्वास्थ्य लाभ होता है, बल्कि मानसिक शांति और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। विशेष रूप से बेल फल का दान करने से भगवान शिव की कृपा भी प्राप्त होती है।
🌾 4. सत्तू का दान – समृद्धि और स्वास्थ्य दोनों में लाभ
गर्मियों में सत्तू का सेवन शरीर को ठंडक पहुंचाता है और पाचन तंत्र को मजबूत करता है। वैशाख में सत्तू का दान करने से घर में अन्न और धन की कभी कमी नहीं होती। यह दान आर्थिक समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य दोनों का प्रतीक है।
👕 5. वस्त्र दान – मिलती है आत्मिक संतुष्टि
वैशाख मास में हल्के, विशेषकर सफेद या सूती वस्त्रों का दान करना उत्तम माना गया है। यह न केवल दानकर्ता के आत्मबल को बढ़ाता है, बल्कि कुंडली में सूर्य की स्थिति को भी मजबूत करता है, जिससे मान-सम्मान और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
🔱 ध्यान रखें:
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दान करते समय सच्चे मन और निस्वार्थ भाव से दें।
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यह दान सुबह के समय करना अधिक शुभ माना गया है।
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दान के साथ नम्रता और विनम्रता का भाव बनाए रखें।