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वैशाख मास में विष्णु पूजा का विशेष महत्व, जानिए कब हैं वरुथिनी और मोहिनी एकादशी व्रत
Dharm Desk

वैशाख मास का संपूर्ण समय भगवान विष्णु की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। इस मास में एकादशी व्रत का विशेष पुण्यफल प्राप्त होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह दो एकादशी आती हैं — एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। वैशाख माह की दोनों एकादशी, वरुथिनी एकादशी और मोहिनी एकादशी, विशेष रूप से पूजनीय मानी जाती हैं।
🌿 वरुथिनी एकादशी 2025: व्रत तिथि और पारण समय
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व्रत तिथि: 24 अप्रैल 2025, गुरुवार
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एकादशी तिथि प्रारंभ: 23 अप्रैल को शाम 4:43 बजे
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एकादशी तिथि समाप्त: 24 अप्रैल को दोपहर 2:32 बजे
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पारण तिथि: 25 अप्रैल 2025, शुक्रवार
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पारण का शुभ मुहूर्त: सुबह 6:14 बजे से 8:47 बजे तक
🔹 महत्व: वरुथिनी एकादशी को सुख, सौभाग्य और सुरक्षा का व्रत कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन उपवास रखने वाले की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं और उसके जीवन से समस्त संकट दूर होते हैं।
🌺 मोहिनी एकादशी 2025: व्रत तिथि और पारण समय
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व्रत तिथि: 8 मई 2025, गुरुवार
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एकादशी तिथि प्रारंभ: 7 मई को सुबह 10:19 बजे
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एकादशी तिथि समाप्त: 8 मई को दोपहर 12:29 बजे
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पारण तिथि: 9 मई 2025, शुक्रवार
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पारण का शुभ मुहूर्त: सुबह 6:06 बजे से 8:42 बजे तक
🔸 महत्व: मोहिनी एकादशी का नाम स्वयं भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप पर आधारित है। यह व्रत मोह-माया और सांसारिक बंधनों से मुक्ति दिलाता है। इस दिन व्रत और पूजा करने से जीवन में शांति, संतोष और आध्यात्मिक प्रगति मिलती है।
🌼 एकादशी व्रत का वैशाख माह में महत्व
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वैशाख मास को धर्म और तप का महीना कहा जाता है। इस दौरान भगवान विष्णु की आराधना करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है।
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एकादशी व्रत रखने से पापों का क्षय होता है और धन-धान्य की वृद्धि होती है।
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इस दिन विष्णु सहस्रनाम, गीता पाठ, तुलसी पूजन, और दान करना अत्यंत लाभकारी होता है।
🛕 व्रत नियम और सुझाव
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व्रती को व्रत की पूर्व रात्रि से सात्त्विक भोजन लेना चाहिए और व्रत वाले दिन पूर्ण उपवास या फलाहार रखना चाहिए।
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भगवान विष्णु का ध्यान कर ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।
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तुलसी दल अर्पित करें और दीप जलाएं।
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एकादशी के अगले दिन द्वादशी को पारण करना अनिवार्य है।
✨ नोट: अगर कोई स्वास्थ्यवश उपवास नहीं कर सकता, तो वह केवल सात्त्विक भोजन लेकर भगवान विष्णु की आराधना कर भी व्रत का पुण्य प्राप्त कर सकता है।
📅 तो इस वैशाख माह, आप भी एकादशी व्रत करके अपने जीवन में सुख-शांति, मोक्ष और समृद्धि के द्वार खोल सकते हैं। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से जीवन में स्थायित्व और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।