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Satyakatha : संभल में कथित 'धन वर्षा' तांत्रिक अनुष्ठानों की आड़ में शोषण का खुलासा, 14 गिरफ्तार
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धार्मिक विश्वास और अंधविश्वास की सीमाओं को पार करते हुए उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक बड़े आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो कथित तांत्रिक अनुष्ठानों की आड़ में महिलाओं के साथ यौन शोषण और धोखाधड़ी कर रहा था।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह कई वर्षों से प्रदेश के छह जिलों में सक्रिय था और अब तक सैकड़ों महिलाओं को अपने जाल में फंसा चुका है।
धन वर्षा के नाम पर शोषण की साजिश
गिरोह अपने कथित तांत्रिक अनुष्ठानों के लिए 'धन वर्षा' का लालच देकर लोगों को फंसाता था। इस पूजा में भाग लेने के लिए विशिष्ट शर्तें रखी जाती थीं—जैसे कि युवती की उम्र, शारीरिक बनावट और व्यक्तिगत जानकारी। आरोप है कि युवतियों को विशेष पूजा का हिस्सा बनाने के नाम पर उन्हें नशीला पदार्थ देकर उनके साथ यौन उत्पीड़न किया जाता था। कई मामलों में इस कृत्य के वीडियो भी बनाए गए ताकि पीड़िता या उनके परिवार किसी तरह का विरोध न करें।
पढ़े-लिखे लोगों की संलिप्तता से बढ़ा मामला
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रेलवे स्टेशन मास्टर और एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी शामिल हैं। इन लोगों की सामाजिक और शैक्षिक पृष्ठभूमि के चलते आम लोग उन पर विश्वास कर लेते थे। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि ये आरोपी अपने पद और प्रतिष्ठा का उपयोग कर गरीब परिवारों को लालच देकर बेटियों को पूजा में सम्मिलित करने के लिए तैयार करते थे।
राजपाल की शिकायत से खुली परतें
इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब एक युवक राजपाल ने पुलिस को शिकायत दी कि उसे बलि के लिए उपयोग करने की कोशिश की गई। जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह विशेष गुणों वाले लोगों—जैसे कि उल्टा जन्म लेने वाले व्यक्ति—की तलाश कर उन्हें अपने कथित अनुष्ठानों में शामिल करता था।
सुनियोजित नेटवर्क और कोड वर्ड का उपयोग
जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करता था और सोशल मीडिया व अखबारों के माध्यम से विज्ञापन देकर अपने टारगेट खोजता था। 'आर्टिकल' जैसे शब्दों से लड़कियों को संदर्भित किया जाता था और गुप्त भाषा में योजना बनाई जाती थी।
वीडियो और दस्तावेज़ बने सबूत
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल से लगभग 50 से अधिक अश्लील वीडियो और 200 से ज्यादा महिलाओं की व्यक्तिगत जानकारी वाले फार्म बरामद किए हैं। ये वीडियो कथित अनुष्ठान के दौरान बनाए गए थे। इनमें कई लड़कियां पूरी तरह से बेहोशी की हालत में दिखाई गई हैं।
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
एसपी संभल कृष्ण कुमार विश्नोई के निर्देशन में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ यौन उत्पीड़न, मानव तस्करी, धोखाधड़ी, संगठित अपराध और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। एएसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में मामले की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पीड़िताओं की पहचान और उनका समर्थन जुटाना प्राथमिकता है, ताकि उन्हें न्याय दिलाया जा सके।
निष्कर्ष
यह मामला न केवल अंधविश्वास की आड़ में हो रहे शोषण की भयावह तस्वीर प्रस्तुत करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस प्रकार शिक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा रखने वाले लोग भी इस प्रकार के कृत्यों में शामिल हो सकते हैं। यह घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए चेतावनी है कि अंधविश्वास और लालच की इस श्रृंखला को तोड़ने के लिए जागरूकता, कठोर कानून और प्रभावी कार्यवाही की सख्त ज़रूरत है।