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रियान पराग का विकेट बना विवाद का कारण, अंपायर के फैसले से खफा दिखे राजस्थान के बल्लेबाज
Sports Desk

आईपीएल 2025 के एक रोमांचक मुकाबले में गुजरात टाइटंस और राजस्थान रॉयल्स की टक्कर के दौरान एक विवादास्पद निर्णय ने सबका ध्यान खींचा। राजस्थान के युवा बल्लेबाज रियान पराग को आउट दिए जाने के बाद न सिर्फ स्टेडियम में हलचल मच गई, बल्कि थर्ड अंपायर के फैसले से खिलाड़ी और फैंस दोनों ही असंतुष्ट दिखे।
तेजी से खेल रहे थे रियान पराग
राजस्थान की पारी शुरुआत से ही लड़खड़ा गई थी, लेकिन रियान पराग ने आते ही मोर्चा संभालते हुए आक्रामक अंदाज़ में कुछ बेहतरीन शॉट्स खेले। ऐसा लग रहा था कि वो इस मुश्किल लक्ष्य की ओर टीम को खींच सकते हैं, लेकिन तभी 7वें ओवर में वो एक विवादास्पद फैसले का शिकार बन गए।
❓ क्या था पूरा मामला?
गुजरात के गेंदबाज कुलवंत खेजरोलिया सातवां ओवर डाल रहे थे। उनकी एक यॉर्कर लेंथ गेंद पर रियान ने थर्ड मैन की दिशा में शॉट लगाने की कोशिश की। गेंद विकेटकीपर के दस्तानों में समा गई और मैदानी अंपायर ने तुरंत आउट दे दिया।
पराग को यकीन था कि गेंद बल्ले से नहीं, बल्कि बैट के ज़मीन से टकराने की आवाज़ थी जो सुनाई दी, इसलिए उन्होंने DRS (Decision Review System) लिया।
🎥 रिप्ले और स्निकोमीटर ने बढ़ाया ड्रामा
रिप्ले में दिखा कि बैट सबसे पहले ज़मीन से टकराया, जिससे हल्की आवाज़ आई। लेकिन ठीक अगले फ्रेम में, जब गेंद बल्ले के पास से गुजरती है, स्निकोमीटर पर एक तेज़ स्पाइक दिखाई देता है। थर्ड अंपायर ने इसी तेज़ स्पाइक को बल्ले से संपर्क मानते हुए रियान पराग को आउट करार दे दिया।
😠 फैसले से नाराज़ दिखे रियान, अंपायर से हुई बहस
आउट दिए जाने के बाद रियान पराग बिल्कुल भी खुश नजर नहीं आए। उन्होंने मैदानी अंपायर से बहस शुरू कर दी, और अपनी नाराज़गी जताई। मामला बढ़ता देख दूसरा अंपायर बीच में आया और रियान को पवेलियन लौटने का इशारा किया। लेकिन जाते-जाते पराग अंपायरिंग पर नाराजगी जताते रहे।
📌 फैंस ने भी उठाए सवाल
सोशल मीडिया पर भी इस फैसले को लेकर फैंस दो हिस्सों में बंट गए। कुछ ने थर्ड अंपायर के निर्णय को सही बताया, तो कुछ ने इसे "गलत तकनीकी व्याख्या" कहा।
🗣️ क्रिकेट एक्सपर्ट्स की राय
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के फैसलों में तकनीक के बावजूद मानव व्याख्या की अहम भूमिका होती है। कुछ का कहना था कि ‘बेनेफिट ऑफ डाउट’ बल्लेबाज को जाना चाहिए था।