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बड़े भाई ने हार्दिक पंड्या की मेहनत की बेकार, ऐसे छीन ली मुंबई से जीत, बस आंसू गिरने ही वाले थे…
Sports Desk

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने मुंबई इंडियंस को रोमांचक मुकाबले में 12 रनों से हरा दिया. हार्दिक पंड्या की विस्फोटक पारी के बाद एक समय ऐसा लग रहा था कि मुंबई की टीम ये मैच जीत सकती है. लेकिन आखिरी ओवर में क्रुणाल पंड्या ने बाजी पलट दी.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने मुंबई इंडियंस को वानखेड़े में 12 रनों से हराकर एक दमदार जीत दर्ज की. 10 साल बाद उसने मुंबई को उसके घर पर हराया है. हालांकि, हार्दिक पंड्या की सिर्फ 15 गेंद में 280 के स्ट्राइक रेट से 42 रन की तूफानी पारी के बाद लग रहा था कि मुंबई की टीम बाजी मार लेगी. लेकिन उनके बड़े भाई क्रुणाल पंड्या ने उनकी सारी मेहनत बेकार कर दी. क्रुणाल ने आखिरी ओवर में शानदार गेंदबाजी से मुंबई के मुंह से जीत छीन ली. मुट्ठी में आए हुए मैच को गंवाने के बाद हार्दिक काफी इमोशनल दिखे. ऐसा लगा वो रो देंगे, क्योंकि लगातार दूसरी बार उन्हें इस तरह हार झेलनी पड़ी है.
हार्दिक पंड्या ने पलटा मैच
222 रनों को चेज कर रही मुंबई शुरुआती 12 ओवरों में काफी पीछे चल रही थी. वो 4 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 99 रन ही बना सकी थी. लेकिन इसके बाद हार्दिक पंड्या बैटिंग करने आए. उन्हें 14वें ओवर में स्ट्राइक मिला और उन्होंने हेजलवुड के खिलाफ 5 गेंद में 20 रन ठोक दिए. अगले ओवर में उन्होंने 2 गेंदों पर फिर 2 छक्के जमाए. इस तरह पंड्या ने 7 गेंद 32 रन बनाकर मैच को पलट दिया. अपने भाई के खिलाफ उन्होंने 1 ही ओवर में 19 रन बटोर लिए और मैच की मुंबई की ओर झुका दिया.
उन्होंने महज 34 गेंद में तिलक वर्मा के साथ मिलकर 89 रनों की साझेदारी कर दी थी. उनकी विस्फोटक पारी से मैच का समीकरण बदल गया. हार्दिक ने 15 गेंद में 42 रन बनाए और 19वें ओवर की पहली गेंद पर जॉश हेजलवुड का शिकार हो गए. जब वो आउट हुए तब मुंबई को 11 गेंद 28 रन बनाने थे. वहीं नमन धीर और मिचेल सेंटनर जैसे बल्लेबाज क्रीज पर थे. हार्दिक को पूरी उम्मीद थी कि उनकी मेहनत रंग लाएगी. लेकिन आखिरी ओवर में उनके बड़े भाई ने सारी मेहनत खराब कर दी.
बड़े पंड्या ने छीन ली जीत
पंड्या के आउट होने के बाद हेजलवुड ने 5 गेंद सिर्फ 9 रन दिए. अब आखिरी ओवर में 19 रनों की जरूरत थी. बेंगलुरु के कप्तान रजत पाटीदार ने क्रुणाल पंड्या को गेंद थमाई. इसके बाद उन्होंने पहली गेंद पर मिचेल सेंटनर और दूसरी गेंद पर दीपक चाहर को आउट करके मुंबई के लिए जीत मुश्किल कर दी. वहीं अगली 2 गेंदों पर क्रुणाल ने 6 रन दिए और मुंबई के लिए जीत को नामुमकिन कर दिया, क्योंकि 2 गेंद में 13 रनों की जरूरत थी. पांचवीं गेंद पर उन्होंने नमन धीर को पवेलियन भेजा और मैच टाई होने की संभावना भी खत्म कर दी. इस तरह आखिरी ओवर में उन्होंने सिर्फ 6 रन देकर 3 विकेट चटकाए और अपने छोटे भाई की टीम से जीत छीन ली.