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बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दर्दनाक हादसा: महुआ बीनने जंगल गया 12 साल का मासूम बना बाघ का शिकार
Umaria, MP

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां महुआ बीनने गए एक 12 वर्षीय बालक को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। यह हादसा रिजर्व के धमोखर परिक्षेत्र अंतर्गत पिपरिया बीट के समीप बोदा बहरा कैंप के पास हुआ। मृतक बालक की पहचान विजय कोल के रूप में हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
शनिवार सुबह विजय अपने परिजनों के साथ जंगल में महुआ बीनने गया था। इसी दौरान अचानक बाघ ने उस पर झपट्टा मारा और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। कुछ ही देर बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई और ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी।
गश्ती दल को मिले खून के निशान, नाले से मिला शव
वन परिक्षेत्र अधिकारी विजय श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह करीब 8:30 बजे सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वहां मौजूद ग्रामीणों ने बाघ द्वारा बालक को उठाकर ले जाने की जानकारी दी। तुरंत सर्च अभियान शुरू किया गया। कुछ दूरी पर खून के निशान मिले, जिनका पीछा करते हुए टीम जंगल के एक नाले तक पहुंची। लगभग 10:30 बजे बालक का शव खून से सना हुआ हालत में पानी में मिला।
गले पर गहरे पंजों के निशान, तात्कालिक सहायता राशि प्रदान
शव की स्थिति से साफ जाहिर था कि बाघ ने गले से पकड़कर बालक की जान ली। घटना के बाद वन विभाग ने तात्कालिक रूप से परिजनों को ₹10,000 की सहायता राशि सौंपी है। साथ ही, नियमानुसार ₹8 लाख की राहत राशि भी जल्द उपलब्ध करवाई जाएगी।
क्या कहती है यह घटना?
यह घटना एक बार फिर से जंगल की सीमाओं और मानव जीवन के बीच बढ़ते टकराव की भयावह तस्वीर पेश करती है। विशेषकर महुआ जैसे वनोपज के सीजन में ग्रामीणों का जंगल में प्रवेश आम बात है, लेकिन इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं अब और गंभीर हो गई हैं।