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फूल व्यापारियों का अनिश्चितकालीन अनशन जारी, बोले - पहले वैकल्पिक व्यवस्था मिले, तभी हटेंगी दुकानें
Rewa, MP
शहर के कोठी कंपाउंड क्षेत्र में स्थित फूल और प्रसाद की दुकानों को हटाने के नगर निगम के अल्टीमेटम के खिलाफ अब फूल व्यापारी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। बीते चार दिनों से सभी दुकानदारों ने कारोबार बंद कर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक उन्हें वैकल्पिक और स्थायी दुकानें आवंटित नहीं की जातीं, वे न तो अपनी दुकानें हटाएंगे और न ही अनशन समाप्त करेंगे।
आस्था के केंद्र में संकट की आहट
गौरतलब है कि यह क्षेत्र शहर के दो प्रमुख धार्मिक स्थलों — मनकामेश्वर शिव मंदिर और साईं मंदिर — के पास स्थित है, जहां रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पिछले चार से पाँच दशकों से लगभग 40 से अधिक दुकानदार यहां फूल-मालाओं और प्रसाद का कारोबार कर रहे हैं, जिससे न केवल श्रद्धालुओं को पूजा सामग्री आसानी से उपलब्ध होती है, बल्कि दर्जनों परिवारों का जीविकोपार्जन भी इसी से होता है।
व्यापार बंद, संकट गहराया
नगर निगम द्वारा दुकानें हटाने की कार्यवाही की सूचना मिलने के बाद से व्यापारियों ने पूरे इलाके में कारोबार ठप कर दिया है। इससे जहां श्रद्धालुओं को मंदिरों में पूजन-सामग्री नहीं मिल रही, वहीं दुकानदारों का जीवनयापन भी संकट में पड़ गया है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि उन्हें हटाने से पहले कोई वैकल्पिक स्थान या स्थायी दुकानें उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
फूल व्यापारियों ने आज रीवा नगर निगम के कमिश्नर और संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें रखीं। व्यापारियों का कहना है कि यह केवल व्यवसाय का नहीं, आस्था और परंपरा से जुड़े रोजगार का मामला है, जिसे प्रशासन को संवेदनशीलता से देखना चाहिए। वे चाहते हैं कि मंदिरों के समीप ही उन्हें एक सुव्यवस्थित, वैध और स्थायी स्थान दिया जाए, ताकि वे बिना बाधा के अपनी आजीविका चला सकें।
क्या कहता है प्रशासन?
नगर निगम अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो व्यवस्थित पुनर्स्थापन की योजना पर विचार किया जा रहा है। हालांकि, व्यापारियों का कहना है कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।
